शोध का नेतृत्व कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय ने किया और इसमें 22, 254 लोगों को शामिल किया गया. इन लोगों पर 12 साल से अधिक समय तक नज़र रखी गई. इस दौरान क़रीब नौ सौ बार दिल के दौरे पड़े. एक या दो छोटे गिलास वाइन पीने वाली महिलाओं या इससे थोड़ी अधिक वाइन पीने वाले पुरुषों में दिल के दौरे की 37 फ़ीसदी कम संभावना देखी गई. लेकिन यह तभी तक ठीक था जब तक कि इन्होंने सिगरेट नहीं पी. सिगरेट और शराब पीने वाले और केवल सिगरेट पीने वालों में ख़तरे का समान स्तर देखा गया.
शोध के प्रमुख यांगमी ली कहते हैं, ''हमारे शोध के सामाजिक निहितार्थ हैं, इससे हम शराब और सिगरेट पीने और कम मात्रा में शराब पीने के ख़तरे और दिल के दौरों के बारे में समझ बना सकते हैं.'' अधिक मात्रा में शराब पीने से दिल के दौरे का ख़तरा बढ़ जाता है क्योंकि इससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, यह एक महत्वपूर्ण कारक है.
शराब से ख़ून पतला हो जाता है, इससे ख़ून के थक्के बनना रुक सकता है. यह कोलेस्ट्रॉल को प्रभावित करता है और धमनियों की दीवारों पर वसा जमा होने से रोकता है. वहीं सिगरेट पीने से धमनियों में ख़ून का थक्का बनने की संभावना रहती है. इससे दिल का दौरा पड़ने का ख़तरा बढ़ जाता है.
द स्ट्रोक एसोसिएशन के जो कोरनर कहते हैं, ''सिगरेट पीने और दिल के दौरे में बहुत साफ़ संबंध हैं. दिल के दौरे से होने वाली मौतों का 10 फ़ीसदी का संबंध धूम्रपान से होता है. इसलिए दिल के दौरो को कम करने के लिए धूम्रपान छोड़ना महत्वपूर्ण क़दम है.''
शराब से ख़ून पतला हो जाता है, इससे ख़ून के थक्के बनना रुक सकता है. यह कोलेस्ट्रॉल को प्रभावित करता है और धमनियों की दीवारों पर वसा जमा होने से रोकता है. वहीं सिगरेट पीने से धमनियों में ख़ून का थक्का बनने की संभावना रहती है. इससे दिल का दौरा पड़ने का ख़तरा बढ़ जाता है.
द स्ट्रोक एसोसिएशन के जो कोरनर कहते हैं, ''सिगरेट पीने और दिल के दौरे में बहुत साफ़ संबंध हैं. दिल के दौरे से होने वाली मौतों का 10 फ़ीसदी का संबंध धूम्रपान से होता है. इसलिए दिल के दौरो को कम करने के लिए धूम्रपान छोड़ना महत्वपूर्ण क़दम है.''
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