मंगलवार, 21 जून 2011

मुस्कुराईये, क्योंकि आपका काम होने वाला है

चेहरे पर आई हल्की सी मुस्कुराहट में गजब की ताकत होती है और यह बहुत दूर तक असर करती है। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के एक शोध के अनुसार, मुस्कुराहट सिर्फ दिल को सुकून ही नहीं देती, इसका सेहत से भी सीधा संबंध है। मात्र दो इंच की मुस्कुराहट से चेहरे की दजर्नों नसों का व्यायाम हो जाता है। लगातार मुस्कुराते रहिए, इससे चेहरे पर झुर्रियां नहीं पड़तीं और हमेशा रौनक बनी रहती है।


मुख्य शोधकर्ता जॉन डाल्टन का यह शोध कहता है कि मुस्कुराने से चेहरे से लेकर गर्दन तक की मांसपेशियों का व्यायाम हो जाता है। मुस्कुराते वक्त चेहरे की सभी मांसपेशियों में खिंचाव आता है, जिससे जल्दी झुर्रियां नहीं पड़तीं। एक अन्य शोध के मुताबिक मुस्कुराकर कही गई बात सामने वाले पर अच्छा प्रभाव डालती है। मुस्कुराकर कहा गया काम हो या फरमाइश, उसके पूरा होने की संभावना 50 प्रतिशत तक बढ़ जाती है।

बोस्टन यूनिवर्सिटी के सामाजिक विज्ञान के प्रोफेसर डी. क्लचर ने इस शोध के लिए 10,000 लोगों को सैंपल सर्वे के जरिए चुना। उनमें से 85 प्रतिशत का मानना है कि उनके जीवन में कई ऐसे मौके आए जब मुस्कुराकर बात करने से उनका बिगड़ता हुआ काम भी बन गया। बाकी 15 प्रतिशत का मानना है कि मुस्कुराहट बहुत ज्यादा काम नहीं आती।

शोध में शामिल लोगों से जब पूछा गया कि अगर कोई उनसे मुस्कुराते हुए किसी काम के लिए कहे तो आपकी प्रतिक्रिया क्या होती है इसके जवाब में 75 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वह अपने काम नहीं करने के निर्णय पर दोबारा विचार करते हैं तथा 65 प्रतिशत लोगों ने माना कि वह उस काम को कर देते हैं। इस शोध की मानें तो इसका मतलब यह हुआ कि अगर किसी को मुस्कुराकर कोई काम करने के लिए कहा जाए तो उसके होने की संभावना 65 प्रतिशत तक बढ़ जाती है।

वैसे हर वक्त मुस्कुराना भी ठीक नहीं है। किसी के गम में शरीक होने जाएं या आफिस में कोई काम बिगड़ जाने पर बॉस की डांट खा रहे हों तो मुस्कुराने से परहेज ही करें, वर्ना लेने के देने भी पड़ सकते हैं।

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