सोमवार, 4 जुलाई 2011

महिलाओं को पाने की जद्दोजहद ने पुरूषों को बलशाली बनाया!

आम तौर पर महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले नैसर्गिक और प्राकृतिक रूप से ही कमजोर माना जाता है, लेकिन हाल के एक शोध से पता चला है कि महिलाओं को पाने की लड़ाई में अपने प्रतिद्वंद्वी पर वर्चस्व स्थापित करने की जद्दोजहद में ही पुरुषों का माथा और जबड़ा ज्यादा मजबूती से विकसित हुआ।



शोध के अनुसार अतीत में अपने साथी को पाने के लिए पुरुषों को शारीरिक ताकत का इस्तेमाल करना पड़ता था। इस क्रम में मजबूत जबड़े और मोटी खोपड़ी वाले पुरुष ही महिला साथी को पाने की लड़ाई में विजेता होते थे। इसी क्रम में क्रमिक विकास की वजह से हुए अनुकूलन के कारण कालांतर में भी पुरुषों का सिर और जबड़ा महिलाओं की अपेक्षा मजबूत विकसित होता चला गया। शोध में यह भी दावा किया गया है कि इसी क्रमिक विकास की वजह से पुरुषों की मांसपेशियां महिलाओं की अपेक्षा अधिक विकसित हुईं, जिसकी वजह से उनकी कद काठी महिलाओं के मुकाबले अधिक मजबूत और लंबी हुई।

इवोल्यूशन एंड ह्यूमन बिहेवियर शोध पत्रिका में प्रकाशित डॉ डेविड पुट्स के शोध के अनुसार मनुष्य की प्रजाति में ही नर में मांसपेशियां और मादा में वसा कोशिकाओं की वृद्वि देखी जा सकती हैं, जबकि अन्य प्रजातियों में नर और मादा में सभी प्रकार की कोशिकाओं का विकास समान रुप से हुआ है। पेंसिलवेनिया विश्वविद्यालय के डॉ पुट्स के बयान को रेखांकित करते हुए लंदन का डेली टेलिग्राफ लिखता है, सामान्यत: पुरुष महिलाओं की अपेक्षा 15 प्रतिशत से अधिक लंबे नहीं होते है, लेकिन ताकत के मुकाबले में लगभग शत प्रतिशत पुरुष महिलाओं से ज्यादा मजबूत होते है।

पुट्स के मुताबिक पुरुष महिलाओं की अपेक्षा अधिक आक्रामक होते है कुछ घुमंतू समुदाय में तो 30 प्रतिशत पुरुष मरने मारने की हद तक आक्रामक होते हैं। उनका मानना है कि भारी आवाज महिलाओं को आकर्षित करती है, लेकिन वास्तव में यह पुरुषों के वर्चस्व का प्रतीक है। भारी आवाज मर्द को शक्तिशाली और गंभीर बनाती है। यहां तक कि कई बार आवाज का भारीपन यौन आकर्षण से भी अधिक प्रभावी होता है। अन्य प्रजातियों की तुलना में इन्सानों के पास अपने प्रतिद्वंद्वियों के साथ झगड़ा करने के लिए नुकीले पंजे और दांत नहीं होते, लेकिन इस काम के लिए उन्होंने धनुष बाण, तलवार और चाकू जैसे हथियारों का निर्माण किया।

ड़ॉ पुट्स का मानना है कि हवा में रहने वाले पक्षी और पानी में रहने वाले जलचर प्राणी अपने मादा साथी को हासिल करने के लिए शारीरिक प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकते, क्योंकि उनके सामने एक समय में अनेक प्रतिद्वंद्वी मौजूद होंगे, जिनपर विजय हासिल कर पाना उनके लिए संभव नही होगा।

यह रहा मूल समाचार

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