इजरायल स्थित हाफिया विश्वविद्यालय के संचार विभाग में प्रोफेसर गैब्रिएल वीमैन के अनुसार इन अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी प्रणालियों का इस्तेमाल कर आतंकी गुट नए दोस्त बना रहे हैं और इसकी कोई भौगोलिक सीमाएं नहीं हैं।
उन्होंने बताया कि फेसबुक, चैटरूम, यूट्यूब और अन्य ऐसी ही वेबसाइटों ने इंटरनेट की दुनिया में क्रांति ला दी और आतंकी गुट इस्लामिक आतंकी संगठन इनका जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं। सामाजिक मीडिया के जरिए आतंकी संगठन फ्रेंड्स रिक्वेस्ट [दोस्ती के लिए आग्रह] भेजते हैं और नए दोस्त बनाकर उन्हें अपनी विचारधारा के प्रति समर्थन के लिए मनाने का प्रयास करते हैं। वे वीडियो क्लिप भी ऐसी वेबसाइटों पर अपलोड कर रहे हैं।
वीमैन ने भारत सहित दुनिया भर की आतंकी गतिविधियों पर काफी कार्य किया है और इस विषय पर न सिर्फ उनकी कई किताबें हैं बल्कि कई अनुसंधान पत्र भी प्रकाशित हुए हैं। उन्होंने पासवर्ड से सुरक्षित की गई वेबसाइटों का भी दशक भर से अधिक समय तक अध्ययन किया है।
वीमैन ने दावा किया कि आतंकी गुट फेसबुक का दोहरा इस्तेमाल करते हैं। एक तो इसके जरिए वे नए सदस्यों की भर्ती करते हैं, दूसरे यह उनके लिए खुफिया जानकारी हासिल करने का मंच भी साबित होता है।वीमैन के मुताबिक अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन जैसे देशों ने अपने सशस्त्र बलों को निर्देश दिया है कि वे फेसबुक खाते से सभी व्यक्तिगत जानकारिया हटा दें ताकि अल कायदा जैसे संगठन संवेदनशील सूचनाओं तक पहुँच न हासिल कर सकें।
हालांकि फेसबुक के कई सदस्य इस बात की परवाह नहीं करते कि वे किसके फ्रेंडशिप ऑफर [दोस्ती की पेशकश] को स्वीकार कर रहे हैं और किसे अपने व्यक्तिगत जीवन के बारे में संवेदनशील जानकारिया बाट रहे हैं। आतंकी भी समानांतर रूप से फर्जी प्रोफाइल बनाते हैं, जिससे वे अधिकाधिक उपयोग होने वाली सामाजिक नेटवर्किंग वेबसाइटों तक एक्सेस बना लेते हैं।
वीमैन ने बताया कि हमास की सैन्य विंग के ओपन फोरम में वेबसाइट पर दोस्तों के बीच कुछ इस तरह की बातें भी होती हैं, मैं जानना चाहता हूं कि सेना की जीप उड़ाने के लिए विस्फोटक कैसे बनाया जाए। उन्होंने बताया कि यह सवाल करने वाले को सवाल का जवाब तत्काल मिला और उसे विस्तृत निर्देश भी हासिल हुए।
इस बारे में हाफिया विश्वविद्यालय की रिपोर्ट यहाँ देखी जा सकती है
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सावधानी हटी .. दुर्घटना घटी !
जवाब देंहटाएंसही कहा...
जवाब देंहटाएंdhanywad bhai pable jee
जवाब देंहटाएंyah kaise pata chalega ke particular f/r kisi aatankee sangthan ke h .....